इजरायल और हमास में जारी जंग के बीच इजरायली डिफेंस फोर्सेस (IDF) ने इस बात की पुष्टि की है कि इजरायल के 199 नागरिक हमास के लड़ाकों की कैद में हैं. पहले ये आंकड़ा 120 बताया गया था. हमास के लड़ाके इन बंधकों को गाजा ले गए हैं और आईडीएफ इनकी सुरक्षित रिहाई के लिए लगातार जुटी हुई है.
बंधकों को छुड़ाने के प्रयास जारी
इजरायली सैन्य प्रवक्ता डेनियल हगारी ने बताया, 'अब तक, हमने मारे गए सैनिकों के 291 परिवारों को सूचित किया है. हम शोक संतप्त परिवारों के साथ में हैं. हमने 199 बंधकों के परिवारों को भी सूचित किया है जिन्हें गाजा में कैद कर रखा गया है. बंधकों को छुड़ाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं और उनकी सुरक्षित रिहाई हमारी सर्वोच्च राष्ट्रीय प्राथमिकता है. हम लगातार बंधक बनाए गए लोगों को बारे में सूचना जुटा रहे हैं और उनके परिवारों के साथ लगातार संपर्क में हैं. आईडीएफ और इजरायली सरकार बंधकों को वापस लाने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही है.उनकी रिहाई के लिए कुछ भी करेंगे.'
आईडीएफ ने वेस्ट बैंक से 40 संदिग्ध आतंकी पकड़े
इजरायली डिफेंस फोर्सेस ने बंधक नागरिकों को छुड़ाने कि लए कल रात वेस्ट बैंक में छापेमारी की और इस दौरान 40 संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा. इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि बंदियों और लापता लोगों की खोज के लिए रिटायर ब्रिगेडियर-जनरल हिर्श को बंधक मामलों के लिए कॉर्डिनेटर नियुक्त किया गया है.
हमास ही नहीं हिजबुल्ला को भी जवाब दे रहा है आईडीएफ
वहीं आतंकी संगठन हिजबुल्ला ने ईरान के आदेश और समर्थन के साथ दक्षिण (गाजा) से आईडीएफ का ध्यान भटकाने के लिए गोलीबारी और हमले किए हैं. आईडीएफ ने बताया, 'वर्तमान में, ऐसे कोई प्रयास (संघर्ष विराम) नहीं किया गया है. बंधकों और लापता लोगों के संबंध में कुछ जानकारी मिलती है तो हम लोगों को इसके बारे में बताएंगे. हम हत्यारे संगठन हमास के खिलाफ युद्ध जारी रख रहे हैं.'
ग्राउंड ऑपरेशन के लिए तैयार है इजरायली सेना
गाजा पर विमानों और तोपों से बम बरसाने के बाद इजरायली सेना हमास के खात्मे और बंधकों की रिहाई के लिए ग्राउंड ऑपरेशन के लिए तैयार है. इजरायल ने सुबह 9 बजे 5 घंटे का अल्टीमेटम दिया था. बताया जा रहा है कि फिलिस्तीनियों को उत्तरी गाजा खाली कर दक्षिणी गाजा की ओर जाने का ये आखिरी अल्टीमेटम था. इजरायली सेना ने साफ कर दिया है कि अब उत्तरी गाजा में होने वाले किसी भी ऑपरेशन के जान-माल का जिम्मेदार इजरायल नहीं होगा.
टैंकों ने गाजा पट्टी पर अपना शिकंजा और कस दिया है. तोपखाने गोले बरसाने को तैयार हैं. वहीं स्पेशल फोर्स के जवान गाजा में घुसकर हमास को जड़ से मिटाने के ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए कमर कस कर तैयार हैं. इजरायली डेडलाइन खत्म होते ही गाजा में स्कूलों में यूएन राहत शिविरों में पनाह लिए लोगों में दहशत फैल गई.
ये भी पढ़ें: Israel की तरफ से लड़ रहीं भारतीय मूल की 2 महिला सैनिकों की मौत, Hamas के हमले में गई अब तक इतने इजरायली जवानों की जान
बाइडेन की सलाह पर अमल करेगा इजरायल?
इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल को आगाह किया कि वो गाजा पर कब्जा करने की भूल ना करें. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'हमास और हमास के चरमपंथी सभी फिलिस्तीनी लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं करे. और मुझे लगता है कि इजरायल के लिए गाजा पर कब्जा करना एक गलती होगी. हालांकि, गाजा के अंदर चरमपंथियों का सफाया करना जरूरी है. मुझे विश्वास है कि इजरायल युद्ध के नियमों के तहत कार्रवाई करेगा.'
गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, अब तक 2,670 फिलिस्तीनी मारे गए हैं उनमें से लगभग एक चौथाई बच्चे हैं. लेकिन इजरायली सेना रुकने का नाम नहीं ले रही है. नेतन्याहू के आर्मी कैंप का दौरा करने के बाद हमले और तेज हो गए हैं. रविवार की रात सबसे भीषण बमबारी की रात थी. अब पूरी दुनिया की नजर 41 किलोमीटर लंबी और 12 किलोमीटर गाजा पट्टी पर टिकी है कि नेतन्याहू बाइडेन की चेतावनी को सुनते हैं या फिर गाजा पर चढ़ाई कर देते हैं.
ये भी पढ़ें: Gaza पट्टी में बच्चों को आतंकी बनने की ट्रेनिंग दे रहा है Hamas! सामने आईं Photos